मुस्कान संस्थान द्वारा आयोजित महिला जागरूकता शिविर
"व्यक्ति को कभी अपने आप को कमजोर नहीं
समझना चाहिये ,क्यों कि कमजोरी ही असफलता को जन्म देती है। "
मुस्कान संस्थान द्वारा आयोजित महिला जागरूकता शिविर में महिलाओ को यही सीखाया जा रहा है कि आज के इस युग में महिलाये न कमजोर है न ही पिछड़ी हुई है ,महिलाये आज हर क्षेत्र में आगे है उन्हें पूरा हक़ है की वो पुरुषो के साथ कंधे -कंधा मिलाके चले।
संस्थान द्वारा आयोजित शिविर में महिलाओ को आत्म निर्भर होने कि सलाह दी जा रही है ,उन्हें अपने हक़ एवं अधिकारो के बारे में समझाया की आज के इस समाज में पुरुष अकेला नही वरन नारी भी बराबर की हिस्सेदार है। संस्थान में रहने वाली शोषित पीड़ित महिलाओ को भी उनपर हुए अत्याचार से लड़ने व अधिकारो को बारे में जानकारी दी जाती है। उन्हें बतया जाता है की वो अपने आप को कभी कमजोर न समझे हीमंत और मेहन्त से हर सफलता उन्हें हासील हो सकती है।
हर कदम तु बढ़ाये जा, तुफानो से तू लड़ती जा
तु नारी हे ,तु शक्ति है,तुझमे भी दुर्गा काली सी शक्ति है
तु झाँसी कि है रानी , तुझमे है इन्दिरा सी में मर्दानी
तु कल्पना सी भर सकती है उड़ान तुझ है वो प्रतीभा
तु नारी हे ,तु शक्ति है।
सुधीर जैन
"व्यक्ति को कभी अपने आप को कमजोर नहीं
समझना चाहिये ,क्यों कि कमजोरी ही असफलता को जन्म देती है। "
मुस्कान संस्थान द्वारा आयोजित महिला जागरूकता शिविर में महिलाओ को यही सीखाया जा रहा है कि आज के इस युग में महिलाये न कमजोर है न ही पिछड़ी हुई है ,महिलाये आज हर क्षेत्र में आगे है उन्हें पूरा हक़ है की वो पुरुषो के साथ कंधे -कंधा मिलाके चले।
संस्थान द्वारा आयोजित शिविर में महिलाओ को आत्म निर्भर होने कि सलाह दी जा रही है ,उन्हें अपने हक़ एवं अधिकारो के बारे में समझाया की आज के इस समाज में पुरुष अकेला नही वरन नारी भी बराबर की हिस्सेदार है। संस्थान में रहने वाली शोषित पीड़ित महिलाओ को भी उनपर हुए अत्याचार से लड़ने व अधिकारो को बारे में जानकारी दी जाती है। उन्हें बतया जाता है की वो अपने आप को कभी कमजोर न समझे हीमंत और मेहन्त से हर सफलता उन्हें हासील हो सकती है।
हर कदम तु बढ़ाये जा, तुफानो से तू लड़ती जा
तु नारी हे ,तु शक्ति है,तुझमे भी दुर्गा काली सी शक्ति है
तु झाँसी कि है रानी , तुझमे है इन्दिरा सी में मर्दानी
तु कल्पना सी भर सकती है उड़ान तुझ है वो प्रतीभा
तु नारी हे ,तु शक्ति है।
सुधीर जैन
Comments
Post a Comment